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कव्वाली-कला और संस्कृति upsc mains gs paper-1

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परिचय

कव्वाली एक प्रकार का सूफी भक्ति संगीत है, जो मुख्य रूप से उत्तर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में प्रचलित है। इसका उद्देश्य भगवान या अल्लाह की स्तुति और आध्यात्मिक अनुभव को व्यक्त करना है।

कव्वाली की उत्पत्ति और विकास

  1. सूफी परंपरा से संबंध:

    • कव्वाली की जड़ें 13वीं सदी में भारत में सूफीवाद के प्रसार के दौरान विकसित हुईं।

    • अमीर खुसरो, एक महान कवि और संगीतकार, को कव्वाली के प्रारंभिक रूप का जनक माना जाता है।

  2. भाषा और शैली:

    • कव्वाली पारंपरिक रूप से फारसी, उर्दू, और हिंदी भाषाओं में गाई जाती है।

    • इसमें संगीत और काव्य के माध्यम से ईश्वर की आराधना और सूफी संतों की शिक्षाओं को प्रस्तुत किया जाता है।

कला का स्वरूप

  1. संगीत का ढांचा:

    • कव्वाली में हारमोनियम, तबला, ढोलक, और क्लैपिंग का प्रमुख स्थान होता है।

    • गायन शैली अत्यधिक भावनात्मक और तीव्र होती है।

  2. प्रमुख विषय:

    • ईश्वर के प्रति प्रेम (इश्क-ए-हकीकी)

    • मानवीय प्रेम (इश्क-ए-मजाजी)

    • आत्मा और परमात्मा का मिलन।

कव्वाली की सांस्कृतिक भूमिका

  1. धार्मिक समन्वय का माध्यम:

    • कव्वाली ने हिंदू और मुस्लिम परंपराओं के बीच सांस्कृतिक पुल का कार्य किया।

    • सूफी संतों की दरगाहें, जैसे अजमेर शरीफ और निजामुद्दीन औलिया, कव्वाली का केंद्र रही हैं।

  2. सामाजिक सुधार का संदेश:

    • कव्वाली में समानता, प्रेम, और भाईचारे का संदेश निहित होता है।

    • यह जाति, धर्म, और सामाजिक असमानता के खिलाफ एक सशक्त माध्यम है।

आधुनिक युग में कव्वाली

  1. फिल्मों और संगीत उद्योग में योगदान:

    • कव्वाली भारतीय सिनेमा का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है, जैसे कि "प्यासा" और "मुगल-ए-आज़म" जैसी फिल्मों में।

  2. अंतर्राष्ट्रीय पहचान:

    • कव्वाली ने नुसरत फतेह अली खान और साबरी ब्रदर्स जैसे कलाकारों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहचान बनाई।

  3. संकट और संरक्षण:

    • आधुनिकता और पॉप संस्कृति के प्रभाव के कारण पारंपरिक कव्वाली के संरक्षण की चुनौती है।

कव्वाली का महत्व

  1. संस्कृति का संवर्धन:

    • यह भारत की गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक है।

  2. आध्यात्मिकता का अनुभव:

    • कव्वाली केवल संगीत नहीं है, बल्कि आत्मा को जोड़ने का माध्यम है।

निष्कर्ष;

कव्वाली भारतीय कला और संस्कृति की एक अद्वितीय विरासत है, जो धार्मिक और सांस्कृतिक समन्वय का प्रतीक है। यूपीएससी मुख्य परीक्षा के लिए, कव्वाली को भारतीय संगीत की विविधता, धर्म और समाज के परिप्रेक्ष्य में समझना आवश्यक है। इसे संरक्षित और प्रोत्साहित करने के प्रयास भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को समृद्ध करेंगे।


यूपीएससी मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न,

  • 1.कव्वाली का भारतीय संगीत और सूफी परंपरा में महत्व का विश्लेषण करें। यह कला और संस्कृति में समन्वय का कैसे प्रतीक है?


    2.अमीर खुसरो कव्वाली शैली के विकास में कैसे योगदान देते हैं? उनके कार्यों का भारतीय संगीत पर प्रभाव समझाइए।


    3.आधुनिक भारत में कव्वाली की स्थिति का मूल्यांकन करें। पॉप और बॉलीवुड संगीत ने पारंपरिक कव्वाली को कैसे प्रभावित किया है?


    4.कव्वाली का समाज में धार्मिक समन्वय और सामाजिक समानता स्थापित करने में क्या योगदान रहा है? ऐतिहासिक और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में चर्चा करें।


    5.कव्वाली को भारतीय सांस्कृतिक विरासत के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में संरक्षित करने के लिए कौन-कौन से प्रयास आवश्यक हैं?


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यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न,


1.कव्वाली का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?

  • A) मनोरंजन

  • B) भगवान की स्तुति

  • C) आध्यात्मिक अनुभव

  • D) शिक्षा

  • सही उत्तर है: C) आध्यात्मिक अनुभव

    व्याख्या:

    कव्वाली का मुख्य उद्देश्य आत्मा को आध्यात्मिकता से जोड़ना है। यह सूफी परंपरा का हिस्सा है, जिसमें ईश्वर के प्रति प्रेम, भक्ति, और आत्मा-परमात्मा के मिलन की भावना को व्यक्त किया जाता है। हालांकि इसमें मनोरंजन, भगवान की स्तुति, और शिक्षा जैसे तत्व भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन इसका प्राथमिक उद्देश्य आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करना है

2.कव्वाली की उत्पत्ति किसके द्वारा मानी जाती है?

  • A) तानसेन

    B) अमीर खुसरो

    C) भीमसेन जोशी

    D) रवि शंकर

    सही उत्तर है: B) अमीर खुसरो

    व्याख्या:

    कव्वाली की उत्पत्ति सूफी परंपरा से हुई है, और इसे विकसित करने का श्रेय अमीर खुसरो को दिया जाता है। खुसरो, जो 13वीं सदी के एक महान कवि, संगीतकार, और सूफी संत निज़ामुद्दीन औलिया के शिष्य थे, ने कव्वाली को एक संगीत शैली के रूप में स्थापित किया। उन्होंने पारंपरिक फारसी संगीत को भारतीय लोक संगीत के साथ जोड़ा और इसे एक अनूठी शैली में विकसित किया।

3.कव्वाली में मुख्य रूप से किस भाषा का उपयोग होता है?

  • A) संस्कृत

  • B) हिंदी

  • C) उर्दू

  • D) तमिल

  • उत्तर: C) उर्दू

4.कव्वाली में किस वाद्य यंत्र का प्रमुख रूप से उपयोग होता है?

  • A) सितार

  • B) हारमोनियम

  • C) बांसुरी

  • D) मृदंगम

  • सही उत्तर है: B) हारमोनियम

    व्याख्या:

    कव्वाली में हारमोनियम का प्रमुख रूप से उपयोग होता है। यह वाद्य यंत्र कव्वाली के गायन में मुख्य स्वर प्रदान करता है। इसके अलावा, तबला, ढोलक, और तालियों का भी कव्वाली में विशेष महत्व होता है। हारमोनियम के सुर और गायन शैली के साथ भावनात्मक और आध्यात्मिक अनुभव को गहराई प्रदान की जाती है।

5.कव्वाली का संबंध किस परंपरा से है?

  • A) हिंदू

  • B) बौद्ध

  • C) सूफी

  • D) जैन

  • उत्तर: C) सूफी

6.कव्वाली के प्रमुख गायक कौन हैं?

  • A) लता मंगेशकर

  • B) किशोरी अमोनकर

  • C) नुसरत फतेह अली खान

  • D) भीमसेन जोशी

  • सही उत्तर है: C) नुसरत फतेह अली खान

    व्याख्या:

    नुसरत फतेह अली खान कव्वाली के सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली गायकों में से एक हैं। वे पाकिस्तान से ताल्लुक रखते थे और उन्होंने कव्वाली को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उनकी गायकी में गहराई, आध्यात्मिकता, और सूफी परंपरा का उत्कृष्ट प्रदर्शन होता था।

    लता मंगेशकर और किशोरी अमोनकर भारतीय संगीत की दिग्गज हस्तियां हैं, लेकिन वे कव्वाली गायन से संबंधित नहीं हैं। भीमसेन जोशी भारतीय शास्त्रीय संगीत के खयाल शैली के महान गायक थे।

  • 7.कव्वाली का प्रमुख समय कौन सा होता है?

    • A) सुबह

    • B) दोपहर

    • C) शाम

    • D) रात

    • सही उत्तर है: D) रात

      व्याख्या:

      कव्वाली का प्रदर्शन प्रायः रात के समय किया जाता है, क्योंकि यह समय आध्यात्मिक और भावनात्मक माहौल के लिए उपयुक्त माना जाता है। रात की शांति और सूफी संगीत का संगम एक ऐसा वातावरण बनाता है, जो आत्मा को आध्यात्मिक अनुभव से जोड़ता है। कव्वाली आमतौर पर सूफी दरगाहों और महफिलों में रात के समय गाई जाती है।


  • 8.कव्वाली का प्रमुख स्वरूप क्या होता है?

    • A) नृत्य

    • B) गायन

    • C) वादन

    • D) अभिनय

    • सही उत्तर है: B) गायन

      व्याख्या:

      कव्वाली का मुख्य स्वरूप गायन है। यह एक सामूहिक गायन शैली है, जिसमें मुख्य गायक के साथ अन्य गायक सहगान करते हैं। इसमें सूफी कविताओं और भक्ति गीतों को हारमोनियम, तबला, ढोलक और तालियों की संगत के साथ प्रस्तुत किया जाता है। कव्वाली का उद्देश्य श्रोताओं को आध्यात्मिक और भावनात्मक अनुभव प्रदान करना है।


    9: कव्वाली में कौन-सा तत्व प्रमुख होता है?

    A) भक्ति गीत

    B) धार्मिक उपदेश

    C) नृत्य प्रदर्शन

    D) शास्त्रीय संगीत

    उत्तर: A) भक्ति गीत

    व्याख्या

    कव्वाली में प्रमुख तत्व भक्ति गीत होता है। यह एक धार्मिक और आध्यात्मिक संगीत शैली है, जिसमें भक्तिपूर्ण गीत गाए जाते हैं, जो विशेष रूप से सूफी संतों के साथ जुड़े होते हैं। कव्वाली में प्रेम, भक्ति और भगवान के प्रति समर्पण की भावनाएँ व्यक्त की जाती हैं।

    • 10.कव्वाली का प्रमुख उद्देश्य क्या होता है?

      • A) मनोरंजन

      • B) ध्यान

      • C) शिक्षा

      • D) व्यापार

      • उत्तर: B) ध्यान


  1. कव्वाली की शैली किस प्रकार की गायन शैली पर आधारित होती है?

    A) ठुमरी

    B) भजन

    C) ग़ज़ल

    D) ग़ज़ल और सूफी संगीत

उत्तर: D) ग़ज़ल और सूफी संगीत

  1. कव्वाली के किस प्रमुख शैलीकार ने इसे लोकप्रिय बनाया था?

    A) लता मंगेशकर

    B) नुसरत फतेह अली खान

    C) कुमार शानू

    D) मुहम्मद रफी

उत्तर: B) नुसरत फतेह अली खान

  1. कव्वाली में गायक और श्रोता के बीच संवाद का एक रूप क्या कहलाता है?

    A) मुखड़ा

    B) तराना

    C) तिलवाली

    D) रसूल

उत्तर: C) तिलवाली

  1. कव्वाली में प्रमुख रूप से कितने गायक होते हैं?

    A) 1

    B )2

    C) 3

    D) कई गायक

उत्तर: D) कई गायक

  1. कव्वाली में प्रस्तुत गीतों के विषय आमतौर पर किससे संबंधित होते हैं?

    A) समाज

    B) राजा और साम्राज्य

    C)प्रेम, भक्ति और भगवान

    D) ऐतिहासिक घटनाएँ

उत्तर: C) प्रेम, भक्ति और भगवान

  1. कव्वाली के दौरान जिस वाद्ययंत्र का प्रमुख उपयोग होता है, वह क्या है?

    A) तबला

    B) हारमोनियम

    C) ढोलक

    D) वीणा

उत्तर: B) हारमोनियम

  1. कव्वाली की शुरुआत किस व्यक्ति ने की थी?

    A) कबीर

    B) अमीर खुसरो

    C) संत तुकाराम

    D) रवींद्रनाथ ठाकुर

उत्तर: B) अमीर खुसरो

  1. कव्वाली में किस प्रकार का संगीत शास्त्र प्रमुख रूप से उपयोग किया जाता है?

    A) शास्त्रीय संगीत

    B) लोक संगीत

    C) फोक संगीत

    D) जैज़ संगीत

उत्तर: A) शास्त्रीय संगीत

  1. कव्वाली की प्रस्तुति आमतौर पर कहाँ की जाती है?

    A) घर

    B) मंदिर

    C) दरगाह या मस्जिद

    D) महल

उत्तर: C) दरगाह या मस्जिद

  1. कव्वाली के गायन में कौन सी विशेष तकनीक का उपयोग किया जाता है?

    A) राग

    B) ताल

    C) नाद

    D) विराम

उत्तर: A) राग





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