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आधुनिक कठपुतली(modern puppetry )-कला और संस्कृति upsc mains gs paper-1

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आधुनिक कठपुतली-कला और संस्कृति

कठपुतली-कला भारतीय सांस्कृतिक परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सदियों से मनोरंजन, शिक्षा, और सामाजिक संदेश देने का माध्यम रही है। आधुनिक समय में, इस कला ने नए रूपों, तकनीकों और विषयों को अपनाकर अपनी प्रासंगिकता को बनाए रखा है।

कठपुतली-कला का इतिहास

  1. प्राचीन परंपरा:

    • कठपुतली-कला की शुरुआत लगभग 2300 वर्ष पहले मानी जाती है।

    • राजस्थान, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, और कर्नाटक जैसे राज्यों में पारंपरिक कठपुतली नाटकों का विशेष महत्व था।

    • यह कला राजा-महाराजाओं के दरबारों और धार्मिक आयोजनों में प्रचलित थी।

  2. पारंपरिक कठपुतली-कला:

    • थोलु बोंमालट्टम (आंध्र प्रदेश): छाया कठपुतली नाटकों की प्रसिद्ध शैली।

    • कठपुतली (राजस्थान): धागे से नियंत्रित कठपुतली।

    • पवाकथकली (केरल): हाथ की कठपुतली।

    • साखी कुंडेई (ओडिशा): लकड़ी की कठपुतलियों का उपयोग।

आधुनिक युग में कठपुतली-कला

आधुनिकता और तकनीकी विकास ने कठपुतली-कला को नए आयाम दिए हैं:

  1. तकनीकी बदलाव:

    • आधुनिक कठपुतलियों में इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रण, प्रकाश और ध्वनि प्रभाव का उपयोग।

    • फिल्म, टेलीविजन, और डिजिटल मीडिया के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार।

  2. सामाजिक संदेश:

    • शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर कठपुतली शो का प्रदर्शन।

    • सरकारी और गैर-सरकारी संगठन ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के लिए कठपुतली-कला का उपयोग करते हैं।

  3. संरक्षण के प्रयास:

    • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर कठपुतली-कला के प्रदर्शन।

    • कठपुतली-कला के कलाकारों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशालाएं।

  4. नई विधाएं:

    • कठपुतली-कला का समावेश थिएटर, सिनेमा, और एनीमेशन में।

    • विश्व भर में कठपुतली त्यौहार (पपेट फेस्टिवल) का आयोजन।

आधुनिक संस्कृति में योगदान

  1. लोककथाओं का संरक्षण:

    • कठपुतलियां प्राचीन लोककथाओं, महाकाव्यों, और धार्मिक कथाओं को जीवंत बनाए रखने में सहायक हैं।

  2. सांस्कृतिक राजदूत:

    • कठपुतली-कला भारत की सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करती है।

  3. आर्थिक अवसर:

    • कठपुतली-कला ने पर्यटन, हस्तशिल्प और मनोरंजन उद्योग को बढ़ावा दिया है।

चुनौतियां और समाधान

  1. चुनौतियां:

    • आधुनिक मनोरंजन माध्यमों की प्रतिस्पर्धा।

    • पारंपरिक कलाकारों की घटती रुचि और आर्थिक कठिनाइयां।

  2. समाधान:

    • सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा वित्तीय और तकनीकी सहायता।

    • शैक्षिक संस्थानों में कठपुतली-कला को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना।

निष्कर्ष

आधुनिक युग में कठपुतली-कला अपनी परंपरा और आधुनिकता के समन्वय से एक सशक्त माध्यम बन चुकी है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि समाज में जागरूकता और सांस्कृतिक संरक्षण का भी एक महत्वपूर्ण उपकरण है। इसे संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।


यूपीएससी मुख्य परीक्षा अभ्यास प्रश्न,


  • 1.आधुनिक कठपुतली-कला के विकास में प्रौद्योगिकी और डिजिटल माध्यमों की भूमिका पर चर्चा करें।

    Discuss the role of technology and digital media in the evolution of modern puppet art


  • 2.कठपुतली-कला को लोक परंपरा और आधुनिक मनोरंजन के समन्वय के रूप में कैसे देखा जा सकता है?

    How can puppetry be seen as a blend of folk tradition and modern entertainment?


    3.भारत में कठपुतली-कला के संरक्षण और संवर्धन के लिए उठाए गए सरकारी प्रयासों का मूल्यांकन करें।

    Evaluate the government initiatives for the preservation and promotion of puppetry in India

    4.कठपुतली-कला किस प्रकार सामाजिक जागरूकता और शिक्षा का माध्यम बन सकती है?

    How can puppetry serve as a medium for social awareness and education?


  • 5.वैश्वीकरण के युग में भारतीय कठपुतली-कला को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, और इनसे निपटने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

    What challenges does Indian puppetry face in the era of globalization, and how can these be addressed?



यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न,

प्रश्न:1 राजस्थान की कौन सी कठपुतली शैली धागों से नियंत्रित होती है?

  • (a) थोलु बोंमालट्टम

  • (b) कठपुतली

  • (c) पवाकथकली

  • (d) साखी कुंडेई


    उत्तर: (b) कठपुतली

प्रश्न:2 निम्नलिखित में से कौन सा तत्व आधुनिक कठपुतली-कला में शामिल किया गया है?

  • (a) रोबोटिक्स

  • (b) प्रोजेक्शन मैपिंग

  • (c) ऑडियो-विज़ुअल प्रभाव

  • (d) उपरोक्त सभी


    उत्तर: (d) उपरोक्त सभी

प्रश्न:3 कठपुतली-कला को सामाजिक जागरूकता का माध्यम बनाने वाली प्रमुख संस्था कौन सी है?

  • (a) भारतीय लोक कला मंडल

  • (b) नाट्य शास्त्र परिषद

  • (c) संगीत नाटक अकादमी

  • (d) राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय


    उत्तर: (a) भारतीय लोक कला मंडल

प्रश्न:4 "थोलु बोंमालट्टम" कठपुतली कला का संबंध किस राज्य से है?

  • (a) तमिलनाडु

  • (b) आंध्र प्रदेश

  • (c) कर्नाटक

  • (d) ओडिशा


    उत्तर: (b) आंध्र प्रदेश

प्रश्न:5भारत में सबसे प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय कठपुतली उत्सव का आयोजन किस शहर में होता है?

  • (a) उदयपुर

  • (b) जयपुर

  • (c) नई दिल्ली

  • (d) मुंबई


    उत्तर: (a) उदयपुर

प्रश्न:6 किस महाकाव्य की कहानियां पारंपरिक कठपुतली-कला में सबसे अधिक दर्शाई जाती हैं?

  • (a) महाभारत

  • (b) रामायण

  • (c) भगवद गीता

  • (d) पंचतंत्र


    उत्तर: (b) रामायण

प्रश्न:7 कठपुतली-कला को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान का हिस्सा पहली बार कब बनाया गया?

  • (a) 2000

  • (b) 2005

  • (c) 2010

  • (d) 2014


    उत्तर: (d) 2014

प्रश्न:8 "पवाकथकली" किस प्रकार की कठपुतली-कला है?

  • (a) धागे से नियंत्रित कठपुतली

  • (b) छाया कठपुतली

  • (c) हाथ से नियंत्रित कठपुतली

  • (d) पानी की कठपुतली


    उत्तर: (c) हाथ से नियंत्रित कठपुतली

प्रश्न:9 कठपुतली-कला को फिल्म और एनिमेशन में बदलने का पहला प्रयास किस वर्ष में हुआ था?

  • (a) 1925

  • (b) 1950

  • (c) 1970

  • (d) 1985


    उत्तर: (b) 1950

प्रश्न:10 UNESCO द्वारा भारतीय कठपुतली-कला को "अमूर्त सांस्कृतिक विरासत" में कब शामिल किया गया?

  • (a) 2000

  • (b) 2003

  • (c) 2008

  • (d) 2012


    उत्तर: (b) 2003

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